भोपाल / रेड सैंडबोआ यानी दो मुंहा सांप के साथ गुरुवार को कोहेफिजा पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सांप का सौदा किसी धनाढ्य व्यक्ति से 8 लाख में किया था। पुलिस उनसे ग्राहक बनकर मिली और सौदा कर उन्हें दबोच लिया।इस गिरोह के पास रेड सैंडबोआ होने की सूचना कोहेफिजा पुलिस को एक दिन पहले मिली थी। टीआई सुधीर अरजरिया के मुताबिक वन विभाग के अफसरों को इसकी जानकारी दी गई। फिर तस्करों से सांप का सौदा शुरू किया। लालघाटी के पास उनसे सांप मांगा। तस्करों ने एक थैले से निकालकर सांप पुलिस को दिखाया। दोनों इसके एवज में आठ लाख रुपए मांग रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से एक रेड सैंड बोआ बरामद किया है। आरोपियों में कोलार रोड निवासी संजय कुमार यादव और सोनू जाटव शामिल हैं। संजय लोहा बांधने का काम करता है, जबकि सोनू ऑटो चालक है।
दवा में होता है सैंड बोआ का इस्तमालइंडोनेशिया, चीन और मध्यपूर्व के अरब देशों में जड़ी-बूटियों व जानवरों से दवा बनाने का चलन है। इन दवाओं में एड्स, कैंसर जैसी बीमारियों के साथ दूसरी दवाएं भी बनाई जाती हैं। इस सांप का इस्तेमाल सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवा में भी किया जा रहा है, जिससे सैंड बोआ सांपों का अस्तित्व खतरे में है।
आदिवासियों से कम दाम में खरीद कर लाखों में बेचते हैं
जानकारों के मुताबिक ये सांप दोनों ओर से चल सकता है। झाबुआ के आदिवासी क्षेत्र में कई बड़े तस्करों की सांठगांठ है। वे यहां के आदिवासियों से कम दाम में इसे खरीदकर महंगे दाम में बेच देते हैं। इनकी तस्करी का रैकेट सबसे ज्यादा मप्र, उप्र और हरियाणा से ऑपरेट किया जाता है। धार-झाबुआ से तस्कर इन सांपों को उप्र या हरियाणा के रास्ते विदेशी तस्करों तक पहुंचाते हैं। इनकी बिक्री वजन के अनुसार पर होती है। दो किलो से ज्यादा वजनी सांप की कीमत 8 लाख रुपए तक हो सकती है।
तस्करी का रैकेट सबसे ज्यादा मप्र, उप्र और हरियाणा से होता है ऑपरे
8 लाख में किया था दो मुंहा सांप का सौदा, ग्राहक बनकर मिली पुलिस; दो तस्कर गिरफ्तार